Apply Business Loan For Womens: सरकार से महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन प्राप्त करना आज के दौर में महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार यह अच्छी तरह समझती है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना देश के विकास के लिए बेहद ज़रूरी है, इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर कई ऐसी योजनाएं चला रही हैं, जिनके तहत महिलाएं आसानी से बिज़नेस के लिए लोन प्राप्त कर सकती हैं — वो भी कम ब्याज दर, आसान शर्तों और कई बार सब्सिडी के साथ। चाहे आप गांव की महिला हों या शहर की, पढ़ी-लिखी हों या सीमित शिक्षा वाली, अगर आपके पास कोई व्यापारिक योजना है, तो सरकार आपके साथ खड़ी है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY), स्टैंड अप इंडिया योजना, महिला उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP), दिन दयाल अंत्योदय योजना, और कई राज्य सरकारों की योजनाएं महिलाओं को विशेष रूप से ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। इन योजनाओं में ₹50,000 से लेकर ₹25 लाख या उससे अधिक तक का लोन मिल सकता है, वो भी बिना किसी ज़्यादा जमानत या गारंटी के। इसके अलावा, कई योजनाओं में महिलाओं को ब्याज में छूट, आवेदन शुल्क में रियायत और आसान ईएमआई का भी लाभ मिलता है।
इन योजनाओं का मकसद सिर्फ लोन देना नहीं, बल्कि महिलाओं को एक सशक्त उद्यमी बनाना है। इसलिए लोन के साथ-साथ प्रशिक्षण, बिज़नेस गाइडेंस, मार्केटिंग सपोर्ट और सरकारी सहायता भी मिलती है। यदि आप भी कोई ब्यूटी पार्लर, बुटीक, सिलाई का काम, ऑनलाइन बिज़नेस, डेरी, खेती या किसी अन्य व्यापार की शुरुआत करना चाहती हैं, तो यह पोस्ट आपको बताएगी कि आप किन योजनाओं के ज़रिए कितनी रकम का लोन पा सकती हैं, कैसे आवेदन करें, कौन-कौन से डॉक्यूमेंट लगते हैं, पात्रता क्या है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
यह जानकारी हर उस महिला के लिए बेहद उपयोगी है, जो अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है और अपने सपनों को साकार करना चाहती है — अब वो दिन दूर नहीं जब महिलाएं न केवल घर चलाएँगी बल्कि अपने खुद के कारोबार की मालिक भी होंगी।
महिलाओ के लिए बिजनेस लोन की योजना
स्टैंड अप इंडिया योजना महिलाओं के लिए एक मजबूत और असरदार बिज़नेस लोन स्कीम है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को बड़े स्तर पर व्यवसाय शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता देना है। इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को ₹10 लाख से लेकर ₹1 करोड़ तक का टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल लोन दिया जाता है, जो किसी भी नई मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस या ट्रेडिंग यूनिट (Greenfield Project) के लिए लिया जा सकता है। इस योजना में ब्याज दर बैंक की MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट) के अनुसार + अधिकतम 3% और टेनर प्रीमियम होता है, जो लगभग 8% से 10% के बीच हो सकता है। लोन की भुगतान अवधि (Repayment Period) अधिकतम 7 वर्ष तक की हो सकती है, जिसमें 18 महीने तक मोरेटोरियम पीरियड (यानी लोन चुकाने से पहले का आरामदायक समय) भी शामिल है।
स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत मार्जिन मनी अधिकतम 25% तक हो सकती है, लेकिन यह लागत का 10% तक उधारकर्ता द्वारा लाया जाता है और बाकी राशि लोन के रूप में मिलती है। इसके अलावा, इस योजना में Credit Guarantee Scheme (CGTMSE) के अंतर्गत गारंटी कवर मिलता है, जिससे गारंटर या ज्यादा सिक्योरिटी की ज़रूरत नहीं होती। यह योजना अनुसूचित जाति/जनजाति और सभी वर्ग की महिलाओं के लिए है, जो पहली बार कोई नया बिज़नेस शुरू करना चाहती हैं।

सबसे खास बात यह है कि इसके लिए पोर्टल से ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है, जहां से ट्रेनिंग, हैंडहोल्डिंग सपोर्ट और मार्गदर्शन भी उपलब्ध होता है। अगर आप एक महिला हैं और कुछ बड़ा शुरू करना चाहती हैं, तो स्टैंड अप इंडिया योजना आपको आर्थिक आधार, मार्गदर्शन और आत्मविश्वास – तीनों एक साथ देती है।
स्टैंड अप इंडिया से लोन लेने पर महिलाओं को क्या फायदे मिलेंगे
स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत महिलाओं को लोन लेने पर कई खास फायदे मिलते हैं, जो उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाते हैं और बड़े स्तर पर बिज़नेस शुरू करने में मदद करते हैं। नीचे इस योजना के प्रमुख लाभ दिए गए हैं:
✅ महिलाओं को मिलने वाले फायदे:
- बड़े स्तर पर बिज़नेस शुरू करने का अवसर
– ₹10 लाख से ₹1 करोड़ तक का लोन मिलता है, जिससे महिलाएं मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेडिंग या सर्विस सेक्टर में बड़ा व्यवसाय शुरू कर सकती हैं। - कम ब्याज दर पर लोन
– बैंक की MCLR + अधिकतम 3% तक ब्याज दर होती है, जो सामान्य बिज़नेस लोन की तुलना में काफी कम है। - गारंटी की ज़रूरत नहीं
– CGTMSE के अंतर्गत क्रेडिट गारंटी कवर मिलता है, जिससे लोन लेने के लिए किसी गारंटर या भारी-भरकम सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं होती। - लंबी और आरामदायक चुकाने की अवधि
– लोन चुकाने के लिए अधिकतम 7 साल का समय मिलता है, साथ में 18 महीने तक मोरेटोरियम यानी ईएमआई से छुट्टी का समय भी दिया जाता है। - मार्जिन मनी की मदद
– बिज़नेस लागत का केवल 10% ही महिला को खुद लगाना होता है, बाकी राशि लोन से कवर होती है। इसमें भी कुछ हिस्से पर सब्सिडी या सहायता मिल सकती है। - आसान आवेदन और गाइडेंस
–पोर्टल के माध्यम से महिला उद्यमियों को आवेदन की सुविधा, मार्गदर्शन, ट्रेनिंग और सरकारी हैंडहोल्डिंग सहायता मिलती है। - महिलाओं को प्राथमिकता
– योजना के तहत हर बैंक ब्रांच को कम से कम एक महिला उद्यमी को लोन देना अनिवार्य है, जिससे महिला आवेदकों को प्राथमिकता मिलती है। - आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण
– यह योजना महिलाओं को सिर्फ लोन नहीं देती, बल्कि उन्हें समाज में आत्मनिर्भर बनने, पहचान बनाने और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने का मौका भी देती है।
स्टैंड अप इंडिया के लिए कौन-कौन सी महिलाएं आवेदन कर सकती है
स्टैंड अप इंडिया योजना के लिए वे महिलाएं आवेदन कर सकती हैं जो भारत में निवास करती हैं और पहली बार कोई नया बिज़नेस शुरू करना चाहती हैं। यह योजना खासतौर पर महिलाओं को उद्यमी (Entrepreneur) बनाने के उद्देश्य से बनाई गई है। नीचे उन सभी श्रेणियों की जानकारी दी गई है जो इस योजना के लिए पात्र हैं:

✅ योजना के लिए पात्र महिलाएं
- भारतीय नागरिक महिला
– केवल भारतीय महिला नागरिक ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं। - उम्र सीमा
– महिला आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। - नया व्यवसाय शुरू करने वाली महिला
– महिला पहली बार कोई नया बिज़नेस शुरू कर रही हो (Greenfield Project)। पहले से चल रहे बिज़नेस के लिए यह योजना लागू नहीं होती। - बिज़नेस का क्षेत्र
– मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस या ट्रेडिंग सेक्टर का बिज़नेस होना चाहिए। - स्वरोज़गार करने वाली महिला या समूह
– व्यक्तिगत महिला या महिला स्व-सहायता समूह (SHG) भी आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते उस समूह में महिलाएं बहुसंख्यक हों और वो बिज़नेस शुरू करना चाहें। - SC/ST वर्ग की महिला (विशेष प्राथमिकता)
– अगर महिला अनुसूचित जाति (SC) या अनुसूचित जनजाति (ST) से आती है, तो उसे प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन योजना सभी वर्ग की महिलाओं के लिए खुली है। - व्यवसाय में 51% हिस्सेदारी जरूरी
– अगर कोई फर्म, कंपनी या पार्टनरशिप बिज़नेस है, तो महिला की उसमें कम से कम 51% हिस्सेदारी होनी चाहिए। - क्रेडिट स्कोर और फाइनेंशियल रिकॉर्ड
– महिला का क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए और उस पर किसी प्रकार का डिफॉल्ट या लोन बकाया नहीं होना चाहिए।
❌ कौन आवेदन नहीं कर सकता:
- जो महिला पहले से किसी अन्य बिज़नेस की मालिक है
- जो सिर्फ लोन लेकर मौजूदा बिज़नेस को बढ़ाना चाहती हैं
- जिन पर पहले कोई लोन डिफॉल्ट हुआ हो या बैंक के ब्लैकलिस्ट में हों
- जो केवल एजेंसी या वितरक के तौर पर कार्य कर रही हों (मैन्युफैक्चरिंग/सर्विस न हो)
नोट:
स्टैंड अप इंडिया योजना का उद्देश्य नई महिला उद्यमियों को जन्म देना है, इसलिए यह योजना उन्हीं महिलाओं को दी जाती है जो पहली बार नया व्यवसाय शुरू कर रही हों और अपने दम पर कुछ बड़ा करना चाहती हों।
स्टैंड अप इंडिया योजना के लिए आवेदन कैसे करें
स्टैंड अप इंडिया योजना के लिए आवेदन करना आज के समय में बहुत आसान हो गया है। सरकार ने इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल भी उपलब्ध कराया है, जिससे महिलाएं घर बैठे आवेदन कर सकती हैं। साथ ही, जो महिलाएं ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकतीं, वे सीधे बैंक शाखा में जाकर भी अप्लाई कर सकती हैं। नीचे स्टेप-बाय-स्टेप पूरी प्रक्रिया विस्तार से दी गई है:
✅ आवेदन प्रक्रिया (विस्तार से)
🔹 1. ऑनलाइन पोर्टल से आवेदन (सबसे आसान तरीका)
📍 वेबसाइट:
📝 ऑनलाइन आवेदन के चरण:
- वेबसाइट खोलें – standupmitra.in पोर्टल पर जाएं।
- “Register” या “Apply Now” पर क्लिक करें – नया अकाउंट बनाने के लिए रजिस्टर करें।
- अपना प्रोफाइल बनाएं –
- नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल
- व्यवसाय का प्रकार चुनें (Manufacturing/Service/Trading)
- कितनी राशि का लोन चाहिए (₹10 लाख से ₹1 करोड़ के बीच)
- किस राज्य और जिले में व्यवसाय करना है
- क्या आप SC/ST हैं या महिला हैं — यह ज़रूर चुनें
- “Handholding Support” का चयन करें (यदि चाहें)
- पोर्टल पर आपकी मदद के लिए मेंटर, बैंक, ट्रेनिंग संस्था का भी चयन कर सकते हैं
- बिज़नेस की जानकारी भरें
- व्यवसाय का नाम, लागत, लोकेशन, प्रोजेक्ट रिपोर्ट (यदि उपलब्ध हो)
- डॉक्युमेंट अपलोड करें
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट, पासपोर्ट साइज फोटो, प्रोजेक्ट रिपोर्ट
- फॉर्म सबमिट करें
- सबमिट करने के बाद बैंक से कॉल या संपर्क होगा और आगे की प्रक्रिया शुरू होगी
🔹 2. बैंक शाखा के माध्यम से आवेदन (ऑफलाइन प्रक्रिया)
- नजदीकी बैंक जाएं – किसी भी सरकारी/प्राइवेट बैंक की शाखा में संपर्क करें
- स्टैंड अप इंडिया योजना का फॉर्म मांगें
- अपना प्रोजेक्ट/बिज़नेस आइडिया बताएं
- आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें
- बैंक आपकी योग्यता जांचेगा –
- CIBIL स्कोर
- फाइनेंशियल स्थिति
- व्यवसाय की संभाव्यता
- लोन स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू होती है
- एक बार स्वीकृति मिल जाने पर लोन राशि आपके बिज़नेस खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है
📄 जरूरी दस्तावेज़ों की सूची:
- ✅ आधार कार्ड
- ✅ पैन कार्ड
- ✅ पासपोर्ट साइज फोटो
- ✅ बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने)
- ✅ जाति प्रमाण पत्र (यदि SC/ST हों)
- ✅ व्यवसाय से संबंधित दस्तावेज़ (प्रोजेक्ट रिपोर्ट, अनुमानित खर्च, लाभ आदि)
- ✅ एड्रेस प्रूफ
- ✅ अगर कंपनी/फर्म है तो रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
🔔 महत्वपूर्ण सुझाव:
- आवेदन करने से पहले एक सरल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बना लें
- अच्छा क्रेडिट स्कोर (CIBIL) ज़रूरी है
- आवेदन करते समय सही और स्पष्ट जानकारी दें
- यदि ऑनलाइन आवेदन जटिल लगे, तो किसी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) की मदद लें
🏁 निष्कर्ष – स्टैंड अप इंडिया योजना
स्टैंड अप इंडिया योजना महिलाओं के लिए आत्मनिर्भर बनने का एक शानदार मौका है, जो उन्हें अपने सपनों का व्यवसाय शुरू करने के लिए आर्थिक, तकनीकी और मानसिक रूप से सशक्त बनाती है। इस योजना के तहत ₹10 लाख से ₹1 करोड़ तक का लोन, कम ब्याज दर पर, बिना ज्यादा गारंटी के मिल सकता है, जिससे महिलाएं मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेडिंग या सर्विस सेक्टर में अपना खुद का बिज़नेस शुरू कर सकती हैं।
सरकार ने इस योजना को खासतौर पर उन महिलाओं के लिए तैयार किया है जो पहली बार कोई बिज़नेस शुरू करना चाहती हैं और समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहती हैं। आसान आवेदन प्रक्रिया, गारंटी कवर, लंबी चुकौती अवधि और सरकारी पोर्टल से मिल रही सहायता इस योजना को महिलाओं के लिए सबसे प्रभावशाली बिज़नेस लोन स्कीम बनाती है।
यदि आप एक महिला हैं और अपने पैरों पर खड़ा होकर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं, तो स्टैंड अप इंडिया योजना आपके लिए एक सुनहरा अवसर है। आज ही इसकी पूरी जानकारी लें, आवेदन करें और अपने उद्यम की नई शुरुआत करें – क्योंकि अब महिलाएं सिर्फ घर नहीं, कारोबार की भी मालिक बन रही हैं।